Operation Midnight Hammer था, ईरान पर हमले का नाम

हेगसेथ ने कहा कि ऑपरेशन मिडनाइट हैमर का लक्ष्य ईरान के परमाणु कार्यक्रम को “गंभीर रूप से कमजोर” करना और इसे “पूरी तरह नष्ट” करना था। उन्होंने दावा किया कि ईरान का परमाणु कार्यक्रम “विनाशकारी रूप से प्रभावित” हुआ है।

उन्होंने कहा कि हमले का मकसद ईरान के परमाणु संवर्धन क्षमता को खत्म करना और उनके मुताबिक “विश्व के सबसे बड़े आतंकवाद प्रायोजक देश” (कथित तौर पर) द्वारा उत्पन्न परमाणु खतरे को रोकना था।

उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिका युद्ध नहीं चाहता, लेकिन “हमारे लोग, साझेदार, या हितों” पर खतरा होने पर “तेजी से और निर्णायक रूप से” कार्रवाई करेगा।

फ़ोर्दू नष्ट करने का दावा-

हेगसेथ ने दावा किया कि हमले में ईरान के तीन प्रमुख परमाणु ठिकानों नतन्ज़, फ़ोर्दू और इसफ़हान को निशाना बनाया गया। फोर्डो, जो 300 फीट भूमिगत है, विशेष रूप से मजबूत था, लेकिन अमेरिकी बमों ने इसे नष्ट कर दिया।

हेगसेथ ने स्पष्ट किया कि ऑपरेशन में “ईरानी सैनिकों या लोगों” को निशाना नहीं बनाया गया। इसका फोकस केवल परमाणु सुविधाओं पर था।उन्होंने कहा कि यह ऑपरेशन पिछले प्रशासन की नीतियों से अलग था, और यह “राष्ट्रपति ट्रम्प की बातों को गंभीरता से लेने” का संदेश था।

ईरान को चेतावनी —

हेगसेथ ने इसे “बिना बाधा वाला” और “शानदार” ऑपरेशन बताया, जिसमें “महीनों की तैयारी और हफ्तों की स्थिति निर्धारण” शामिल थी। उन्होंने कहा कि B-2 बॉम्बर्स “बिना दुनिया को पता चले” अंदर गए और वापस लौट आए। ऑपरेशन में एक “छलावे” (deception) वाली रणनीति शामिल थी, जिसने इसे और प्रभावी बनाया।

Dd 24 Now
Author: Dd 24 Now

Leave a Comment

Read More